पारद शिवलिंग महत्व Options

पारद शिवलिंग समस्त दुखों का नाश करने वाला मानसिक व शारीरिक चिंताओ का अंत करने और शांति प्रदान करने वाला है। पारद शिवलिंग की पूजा से दिए गए लाभ प्राप्त होते हैं:-

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

वरील पद्धतीने रोजची पूजा करू शकता पण पहिल्या दिवशी स्थापन करताना जो पहिला अभिषेक असेल तेव्हा पंचामृताने अभिषेख करावा नंतर ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं किंवा नमः शिवाय ने १०८ बेल शिव पिंडीवर अर्पित करावा त्यावर प्रत्येक वेळी बेलावर चंदन लावून हा अर्पण करावा थोडा वेळ लागला तरी चालेल. 

Get absolutely free quotes now and discover which dealership in your area features by far the most competitive price for that new automobile you're looking at.

जिस व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है या वह हमेशा जीवन में दूसरों से दबा हुआ महसूस करता है, तो उसे इस शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

Mercury is thought to possess great therapeutic properties and metaphysical Advantages. It is claimed to elevate consciousness and encourage spiritual expansion. When used in the creation of thi scared idol, these characteristics are thought to amplify the blessings in the idol.

कृषि हेल्थ लाइफस्‍टाइल वीडियो फोटो ट्रेंडिंग देश अपराध टेक्नोलॉजी नॉलेज ऑटो बिज़नेस धर्म एजुकेशन ओपिनियन पॉडकास्ट टॉपिक्स

जानें पारद शिवलिंग के महत्व, इस विधि शिवलिंग पूजा-उपासना से भगवान होगा प्रसन्न

जो व्यक्ति website अपने जीवन में सिर्फ एक बार पारद शिवलिंग की पूजा करता है, उसे निश्चित रूप से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

शिवलिंग (अर्थात प्रतीक, निशान या चिह्न) इसे लिंगा, पार्थिव-लिंग, लिंगम् या शिवा लिंगम् भी कहते हैं। यह हिंदू भगवान शिव का प्रतिमाविहीन चिह्न है। यह प्राकृतिक रूप से स्वयम्भू व अधिकतर शिव मंदिरों में स्थापित होता है। शिवलिंग को सामान्यतः गोलाकार मूर्तितल पर खड़ा दिखाया जाता है, जिसे पीठम् या पीठ कहते हैं।

If you are troubled by illnesses like significant blood pressure, heart problems, bronchial asthma, and diabetic issues, then all you need to do is usually to worship the Lord Shiva Linga, it will certainly profit you.

स्पर्शनात्प्राप्यत मुक्तिरिति सत्यं शिवदितम्।।

इसका वैज्ञानिक कारण ये भी है कि शिवलिंग ऊर्जा शक्ति का भंडार होती है और इसके आसपास के क्षेत्रों में रेडियो एक्टिव तत्वों के अंश भी पाए जाते हैं. महादेव के सभी प्रिय पदार्थ जैसे बिल्व पत्र, आक, धतूरा आदि इस एनर्जी को सोखने वाले होते हैं. इस एनर्जी को शांत रखने के लिए ही शिवलिंग पर लगातार जल चढ़ाया जाता है. यदि घर में बड़े शिवलिंग को रखा जाएगा तो इसका विपरीत असर लोगों पर पड़ सकता है.

शिवलिंगावर घरात सतत पाण्याची धार लावणे हे शक्य नसते म्हणून त्यावर चंदन पावडर गंगाजल मध्ये मिक्स करून लेप करून ठेवावा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *